तुझे याद करने की शायरी याद
जब दृष्टि तुझ पर टिकती है, तो जिस्म भी उतार-चढ़ाव । कभी तुझ यादों में खो रहता हूँ, और उनमें गुजारा करता रहा हूँ । तुझे देखना एक चाहत है, ज
जब दृष्टि तुझ पर टिकती है, तो जिस्म भी उतार-चढ़ाव । कभी तुझ यादों में खो रहता हूँ, और उनमें गुजारा करता रहा हूँ । तुझे देखना एक चाहत है, ज
कुछ बातें होती हैं जिन्हें कहना मुश्किल लगता है। ज़िन्दगी के असल चेहरे| कुछ ऐसे अनुभव होते हैं जो शब्दों में ढल न सकें। ऐसी उमंग होती है